मोहब्बत
१६-०१-१९९९
लोग कहते है की मोहब्बत में आबाद हुआ करते है
मैंने देखा है की बर्बादियों के भी सामान हुआ करते है
यूं तो आशिकी में दिल को सुकून मिलता है
लेकिन वहां दर्द व गम के सारे सामान हुआ करते है
मोहब्बत में पाकीज़गी का जिक्र सुना है हमने
मैंने देखा है कि जिल्लत के भी सारे सामान हुआ करते है
दीवानों की जुबानी है मासूक बडें दिलकश होते हैं
ठीक कहता हूँ तो अगर उनके पास दिल तोडनें के भी औजार हुआ करते हैं
इश्क की कारगुज़ारिओं का बयाँ क्या करे कृष्ण
इश्क में हर लम्हा लोग कुर्बान हुआ करते है
कृष्ण कुमार मिश्र
Krishna Kumar Mishra
77, Canal Road Shiv Colony Lakhimpur Kheri-262701
Uttar Pradesh
India
cellular-091-9451925997
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